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Wednesday, December 21, 2011

अपने मकहमे से तंग अनशन पर बैठे कर्मचारी की मौत!


गाजीपुर। यूपी के गाजीपुर जिले में भूख हड़ताल पर बैठे एक कर्मचारी की मौत से सरकारी रवैये पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोक निर्माण विभाग का ये कर्मचारी अपने साथियों के साथ भूख हड़ताल पर बैठा था और विभाग के भ्रष्ट बाबुओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा था। लेकिन विभाग के आला अधिकारियों ने इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। अब कर्मचारी की मौत के बाद अधिकारी ये कहकर मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी।

यूपी के लोक निर्माण विभाग के मुखिया मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी खुद भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे हैं, उसी विभाग में फैले भ्रष्टाचार ने एक कर्मचारी की जान ले ली। गाजीपुर में पीडब्ल्यूडी के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी विभाग के दो बाबुओं के भ्रष्टाचार के खिलाफ 13 दिसंबर से अनशन पर बैठे थे। कर्मचारियों का आरोप है कि ये लोग उनके वेतन में कटौती कर अपने चहेते कर्मचारियों के वेतन में डालकर उसका बंदरबांट करते हैं। लेकिन इनके आरोपों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।

इसके बाद ये सभी कर्मचारी 19 दिसंबर से भूख हड़ताल पर चले गए। मंगलवार शाम बिहारी यादव नाम के एक कर्मचारी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन रात को उसकी मौत हो गई। अपने साथी कर्मचारी की मौत से गुस्साए कर्मचारियों ने इस मामले में आरोपी बाबुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

इस पूरे वाकये ने न सिर्फ विभाग में फैले भ्रष्टाचार को उजागर किया है बल्कि अधिकारियों की संवेदनहीनता से भी पर्दा उठाया है। मौके पर पहुंचे पीडब्ल्यूडी अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस अनशन की कोई जानकारी नहीं थी। वो भी तब जबकि ये कर्मचारी विभाग के परिसर में ही बैठे थे और जहां पर इन साहब का रोजाना आना-जाना होता था। वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस के आलाधिकारी और जिला प्रशासन भी सवालों के घेरे में है। इस मामले में कार्रवाई के सवाल पर मौके पर पहुंचे एडीएम पल्ला झाड़ते नजर आए।

ये वही पीडब्ल्यूडी विभाग है जिसके मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनकी पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में लोकायुक्त की जांच चल रही है। दोनों के खिलाफ पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार की शिकायतों की प्रारंभिक जांच के बाद केस दर्ज है और उन्हें 28 दिसंबर तक अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजा गया है जिसकी जानकारी खुद राज्य की मुख्यमंत्री मायावती को भी है।-आईबीएन-7, Posted on Dec 21, 2011 at 08:59pm IST | Updated Dec 21, 2011 at 09:48pm IST

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