भीलवाड़ा। कृषि भूमि का नामांतरण खुलवाने के एवज में बुधवार को रिश्वत लेने पर बलांड पटवारी एवं उसके सहयोगी को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। शाहपुरा तहसील कार्यालय के बाहर पकड़े गए इन आरोपियों से रिश्वत के साढ़े सात हजार रूपए बरामद कर लिए गए हैं।
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्रसिंह सिसोदिया ने बताया कि मुहलां (शाहपुरा) के दुर्गालाल कुम्हार से बलांड पटवारी की शिकायत मिली थी। परिवादी ने उन्हें बाया कि 23 दिसम्बर10 को 'प्रशासन गांवों के संग' अभियान में उसके पिता धन्नालाल, काका सुवालाल व नानालाल कुम्हार के नाम संयुक्त रूप से ढाई बीघा कृषि भूमि आवंटित हुई थी। तहसीलदार ने इस भूमि के नामांतरण खोलने के भी आदेश दिए थे। इस पर उसने बलांड पटवारी मनीष गुजराती से सम्पर्क किया। एक वर्ष से चक्कर लगवाने के बाद पटवारी ने 10 हजार रूपए रिश्वत की मांग की थी।
ब्यूरो ने परिवादी दुर्गालाल को केमिकल लगे साढ़े हजार रूपए देकर पटवारी के पास भेजा था। जिसने उसे सुबह पौने बारह बजे शाहपुरा तहसील कार्यालय के बाहर बुलाया था। मोटरसाइकिल से वहां आया पटवारी अपने साथी शाहपुरा निवासी विष्णुकुमार सोनी के साथ मिला था। पटवारी ने दुर्गालाल से रिश्वत राशि सोनी को सौंपने को कहा। सोनी ने जैसे ही रूपए गिनकर मोटरसाइकिल की टंकी के आगे लगे बैग में रखे कि ब्यूरो टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। जब्त मोटरसाइकिल विष्णु सोनी की बताई। स्त्रोत: राजस्थानपत्रिका.कॉम, २४.११.११
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